tag:blogger.com,1999:blog-365751449618881840.post8533813466345220527..comments2023-10-22T15:59:09.285+05:30Comments on विविधा : दोहेVividhaahttp://www.blogger.com/profile/04460633719543968175noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-365751449618881840.post-79134185562479421702019-09-16T14:04:42.690+05:302019-09-16T14:04:42.690+05:30आदरणीय, मानव पर बॉम्ब की तरह प्रहार करते बेहतरीन द...आदरणीय, मानव पर बॉम्ब की तरह प्रहार करते बेहतरीन दोहे । बहुत-बहुत बधाई सरशिव कुमार 'दीपक'https://www.blogger.com/profile/06061035780781732406noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-365751449618881840.post-36665549688133466672011-10-17T00:05:51.564+05:302011-10-17T00:05:51.564+05:30"लेकर ज्ञान उधार का, बने फिरे विद्वान्.
पापी,..."लेकर ज्ञान उधार का, बने फिरे विद्वान्.<br />पापी, कामी भी कहें, अब खुद को भगवान<br /><br />पहन मुखौटा धरम का, करते दिन भर पाप.<br />भंडारे करते फिरें, घर में भूखा बाप. <br /><br />मंदिर, मस्जिद, चर्च में, हुआ नहीं टकराव.<br />पंडित, मुल्ला कर रहे, आये दिन पथराव. <br /><br />टूटी अपनी आस्था, बिखर गया विश्वास.<br />मंदिर में गुंडे पलें, मस्जिद में बदमाश."<br /><br />दमदार दोहों की श्रंखला है . बहुत-बहुत बधाई.<br />- शून्य आकांक्षीShoonya Akankshihttps://www.blogger.com/profile/06648329056370985240noreply@blogger.com