गद्दारों से यारी मत कर
राहों में दुश्वारी मत कर
हैं तेरी रग-रग से वाकिफ
हम से तू होश्यारी मत कर
गिरगिट रंग बदलना भूले
इतनी भी मक्कारी मत कर
अपने तो अपने होते हैं
उनसे तो गद्दारी मत कर
नफरत का बारूद बिछा कर
उड़ने की तैयारी मत कर
तेरा घर भी जल जायेगा
शोलों से तू यारी मत कर
राहों में दुश्वारी मत कर
हैं तेरी रग-रग से वाकिफ
हम से तू होश्यारी मत कर
गिरगिट रंग बदलना भूले
इतनी भी मक्कारी मत कर
अपने तो अपने होते हैं
उनसे तो गद्दारी मत कर
नफरत का बारूद बिछा कर
उड़ने की तैयारी मत कर
तेरा घर भी जल जायेगा
शोलों से तू यारी मत कर
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